जल प्रदुषण पर 10 लाइन- 10 Lines On Water Pollution In Hindi

मानव जीवन की आवश्यक चीजों में सबसे पहले वायु और उसके बाद जल है। जल के बिना इस दुनिया की कल्पना करना बहुत मुश्किल है। लेकिन फिर भी आज काफी ज्यादा मात्रा में जल को प्रदूषित किया जाता है। आज हम जल प्रदूषण के बारे में 10 लाइन जानने वाले है।

 

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जल प्रदुषण पर 10 लाइन

  1. मनुष्य अपने दैनिक जीवन में जब विभिन्न क्रियाओं द्वारा जल के जैविक, भौतिक और रासायनिक गुणों को हानि पहुँचाता है, उसे जल प्रदूषण कहा जाता है।
  2. हमारे देश में जल को अमृत कहा जाता है, लेकिन जब यही अमृत में हानिकारक पदार्थ मिल जाए तो विष बन जाता है।
  3. जल प्रदूषण के कारण अनेक बीमारियां उत्पन्न हो रही है, जिससे कई लोग मर रहे है।
  4. आंकड़ों की बात करें तो दुनिया में हर दिन करीब 14000 लोगों की मौत जल प्रदूषण से हो रही है।
  5. भारत में हर दिन 580 लोग जल प्रदूषण की वजह से अपनी जान गंवा रहे है।
  6. जल प्रदूषण की वजह से पानी में ऑक्सीजन कम होता जा रहा है, जिससे पानी के अंदर रहने वाले कई जीव नष्ट हो रहे है।
  7. एक अनुमान के अनुसार, भारत के 34000 गांवों के 5 करोड़ से अधिक लोग हैजा नामक बीमारी से पीड़ित है, जो जल के प्रदूषण से होती है।
  8. राजस्थान के कई आदिवासी गांवों में 1,90,000 से ज्यादा लोग गंदे तालाबों का पानी पीते है, जिससे उन्हें नास नाम की बीमारी हो रही है।
  9. इसके अलावा पीलिया, पोलियो, पेचिस, वायरल फीवर आदि खतरनाक बीमारियां भी प्रदूषित जल से होती है।
  10. लेकिन फिर भी आज हम लगातार जल को प्रदूषित कर रहे है।

 

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जल प्रदुषण पर 5 लाइन

  1. पृथ्वी पर जल बहुत ज्यादा मात्र में उपलब्ध है, लेकिन पीने योग्य जल सिर्फ 2 से 7 प्रतिशत है।
  2. बाकी का पानि बहुत खारा है जो बिल्कुल पीने लायक नहीं है।
  3. मनुष्य के शरीर में 60 फीसदी जल होता है और वनस्पतियों में 95 प्रतिशत जल होता है।
  4. स्वच्छ जल के बिना इस दुनिया की कल्पना करना बहुत मुश्किल है।
  5. लेकिन वर्तमान समय में हम पानी को इस तरह से प्रदूषित कर रहे है, मानो यह खत्म होने वाला ही नहीं है।

 

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जल प्रदुषण पर 10 लाइन

  1. 1971 में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने जल की शुद्धता को पहचानने के लिए कुछ ऐसे मापदंड तैयार किए, जिनसे हम पता लगा सकते है कि पानी कितना प्रदूषित है।
  2. स्वच्छ जल की गुणवत्ता विश्व स्वास्थ्य संगठन ने तीन वर्गो में बाटा है, भौतिक मापदंड, रासायनिक मापदंड और जैविक मापदंड।
  3. भौतिक मापदंड में रंग, तापमान और कुछ ठोस पदार्थ शामिल है, जिसके जरिए जल की गुणवत्ता को मापा जा सकता है।
  4. रासायनिक मापदंड में पी.एच.मान, ओक्सीजन, रेडियोधर्मी पदार्थ, घुला हुआ पानी, क्रोमियम और मर्करी जैसे पदार्थ शामिल है, जिसके जरिए जल की गुणवत्ता को मापा जा सकता है।
  5. जैविक मापदंड में बैक्टीरिया, शैवाल, वायरस के जरिए जल की गुणवत्ता को मापा जा सकता है।
  6. इसके अलावा विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहां कि पीने का पानी स्वच्छ, स्वादयुक्त और गंधरहित होना चाहिए।
  7. जल को प्रदूषित करने के कई कारण है, लेकिन सबसे बड़ा कारण मानव मल है।
  8. अगर सिर्फ भारत के आंकड़े देखे तो, हमारे देश में एक लाख से भी अधिक आबादी वाले करीब142 शहर है। इन 142 शहरों में से केवल 8 ही ऐसे शहर है जिनमें मानव मल के निपटान की पूरी व्यवस्था है।
  9. 62 ऐसे शहर है जहां थोड़ी व्यवस्था है, लेकिन बाकी के 72 शहरों में मानव मल को ठिकाने लगाने की कोई भी व्यवस्था नहीं है।
  10. आपको जानकार बहुत हैरानी होगी कि इस मल का ज्यादातर हिस्सा समुद्र और नदियों में डाला जाता है।

 

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निष्कर्ष :

जल प्रदूषण आज दुनिया की सबसे गंभीर समस्याओं में से एक है। क्योकि इस समस्या से विश्व के सबसे शक्तिशाली तीन देश अमेरिका, रशिया और चीन भी परेशान है। इसलिए कई महान विद्वानों का कहना है कि तीसरा विश्व युद्ध पानी के लिए लड़ा जाएगा। काश यह भविष्यवाणी सच न हो। इसी कारण आज और अभी से जल को प्रदूषित करना कम करदे।


FAQ

Q- जल प्रदूषण का अर्थ क्या है ?

ANS- मनुष्य अपने दैनिक जीवन में जब विभिन्न क्रियाओं द्वारा जल के जैविक, भौतिक और रासायनिक गुणों को हानि पहुँचाता है, उसे जल प्रदूषण कहते है।

Q- जल प्रदूषण के कारण विश्व में प्रतिदिन कितने लोगों की मृत्यु हो रही है ?

ANS- 14000

Q- जल प्रदूषण की वजह से कौन-कौन से रोग हो सकते है ?

ANS- हैजा, पीलिया, पोलियो, पेचिस, वायरल फीवर आदि


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