(2022) मेरे सपनों का भारत पर निबंध- Mere Sapno Ka Bharat Essay in Hindi

किसी भी देश के नागरिकों को अपने देश के प्रति एक दृष्टिकोण होता है। वह देश के बारे में चर्चा-चिंतन करते है। जैसे कि देश में व्यवस्था कैसी होनी चाहिए, लोगों को किस तरह अपनी परंपराओं का सम्मान करना चाहिए, हमारे परिवार और समाज का स्वरूप कैसा होना चाहिए आदि। ऐसी हजारों बातें हमारे मन में उठती है। इसी तरह यहाँ मैंने भी अपने देश के बारे में कुछ सपने बनाए हैं और कुछ निजी विचारों को इस निबंध में शामिल किया है। तो आइये जानते है कि मेरे सपनों का भारत कैसा होगा। 

 

Table of Contents

मेरे सपनों का भारत शिक्षा के क्षेत्र में

किसी भी देश के विकास में शिक्षा की अहम भूमिका होती है। अगर आप आज के विकसित देशों का इतिहास एक बार पढ़ेंगे तो आपको पता चलेगा कि उन्होंने शिक्षा के पीछे कितनी मेहनत की है। लेकिन आज भारत शिक्षा के मामले में विकसित देशों से बहुत पीछे है। इसका मतलब यह नहीं है कि हमारे देश में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कोई पहल नहीं हुई। परंतु आती-जाती सरकार और लोगों के बीच उचित तालमेल के अभाव से शिक्षा का विकास ठीक तरीके से नहीं हो सका।

भारत में शिक्षा का विकास ना होने की वजह से देश में अशिक्षित लोगो की संख्या में काफी वृद्धि हुई है। ऐसे लोगों को रोजगार भी नहीं मिल रहा है। एक अमेरिकी रिपोर्ट के अनुसार गरीबी में जी रहे ज़्यादातर लोग शिक्षा को अनदेखा करते है। इसलिए हमें ज्यादा से ज्यादा शिक्षा को महत्व देना होगा। और वर्तमान में भारत सरकार शिक्षा को महत्व देने का प्रयास कर रही है।

मेरे सपनों के भारत में देश का हर नागरिक शिक्षित होगा। इससे देश के हर व्यक्ति को रोजगार मिलेगा, कई लोगों की गरीबी दूर होगी और देश की अर्थव्यवस्था मजबूत बनेगी। इसके अलावा भारत के हर छोटे-बड़े गांव में प्राथमिक पाठशाला पहुंचेगी। ताकि देश की आने वाली पीढ़ी खुशी-खुशी अपनी पढ़ाई कर सके। भारत के हर कोने-कोने में पुस्तकालय होंगे। बच्चों के साथ-साथ भारतीय महिलाएं भी शिक्षित और सुरक्षित होंगी।

इस तरह हमारे देश में शिक्षित और प्रतिभाशाली लोगो की संख्या बढ़ेगी। इस समय भारत को विकसित देशों में शामिल होने से कोई नहीं रोक सकता।

 

(यह भी पढ़े- मेरा परिवार पर एक सुंदर निबंध)

 

मेरे सपनों का भारत महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में

महिलाओं ने अपने जीवन के हर क्षेत्र में खुद को साबित किया है। लेकिन फिर भी आज महिलाओं को पुरुषों के नीचे क्यों दबना पड़ता है? आज भी भारत में कई जगहों पर महिलाएं सिर्फ घर के कामों तक ही सीमित है। क्योंकि देश में कई लोगों की मानसिकता ऐसी है कि महिलाएं सिर्फ घर की चारदीवारी में ही रह सकती है।

लेकिन जब तक महिलाओं के साथ होने वाले भेदभाव को रोका नहीं जाएगा, तब तक हमारे देश का विकास नहीं हो सकता। इसलिए हमें महिलाओं के साथ होने वाले भेदभाव को खतम करना होगा। इसके लिए हमें सबसे पहले समाज की मानसिकता को बदलना होगा। और भारत सरकार ने भी महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए महिला सशक्तिकरण नामक एक अभियान शुरू किया था। इससे देश में महिलाओं के प्रति बदलाव देखने को मिल रहा है।

mere sapno ka bharat essay in hindi

लेकिन मेरे सपनों का भारत ऐसा होगा जहां महिलाएं पुरुषों के साथ कदम से कदम मिलाकर चलेंगी। देश का प्रत्येक व्यक्ति महिलाओं को पुरुषों के समान समझेगा और दोनों को समान अधिकार मिलेंगे। इसके साथ-साथ देश की हर महिला शिक्षित और सुरक्षित होगी। उनके साथ खान-पान, पढ़ाई-लिखाई, कपड़े, रहन-सहन और रोजगार संबंधी चीजों में कभी भी भेदभाव नहीं किया जाएगा। देश में सख्त कानून बनाकर बाल विवाह, दहेज हत्या, कन्या भ्रूण हत्या जैसे समाज के रीति-रिवाजों और कुरीतियों को खत्म किया जाएगा। पुरुषों की तरह महिलाओं को भी अपनी एक अलग पहचान बनाने का मौका दिया जाएगा।

 

(यह भी पढ़े- बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर निबंध)

 

मेरे सपनों का भारत रोजगार के क्षेत्र में

जैसे हमने आगे जाना कि शिक्षा न मिलने की वजह से लोग बेरोजगार हो जाते है। इसके अलावा देश में बढ़ते भ्रष्टाचार और घटते औद्योगिक विकास से भी बेरोजगारी को बढ़ावा मिलता है। और इतिहास गवाह है कि जब भी किसी देश में बेरोज़गारी बढ़ती है तो उस देश में अपराधों की संख्या भी बढ़ जाती है।

भ्रष्टाचार की वजह से पढे-लिखे शिक्षित व्यक्ति को भी एक अच्छी नौकरी नहीं मिल पाती और कमजोर औद्योगिक विकास के कारण उन्हे पर्याप्त वेतन नहीं मिलता। इसी वजह से भारत के योग्य उम्मीदवार विदेश चले जाते है और दूसरे देश के विकास के लिए काम करते है। इसीलिए दुनिया का कोई भी देश विकसित है या नहीं, यह उस देश के रोज़गार पर निर्भर करता है।

लेकिन मेरे सपनों का भारत एसा होगा, जहां बेरोजगारी का नामो-निशान नहीं होगा। सरकार सभी नागरिकों के लिए समान रोजगार के अवसर प्रदान करेगी। इससे भारत के हर युवा को रोजगार मिलेगा और देश में अपराध कम होंगे। इससे हमारे देश की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा और देश का विकास होगा। 

 

मेरे सपनों का भारत कृषि क्षेत्र में

किसी भी देश का किसान उस देश के आर्थिक विकास का एक अहम हिस्सा होता है। भारत एक कृषि प्रधान देश होने के बावजूद यहां किसानों की स्थिति सबसे खराब है। क्योकि हम इस बात से अंजान नहीं है कि हमारे देश में हर दिन हजारों किसान आत्महत्या कर रहे है। हालांकि, भारत सरकार किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए लगातार प्रयास कर रही है। उनके लिए भारत सरकार की ओर से कई योजनाएं भी चलाई जा रही है।

लेकिन मेरे सपनो का भारत ऐसा होना चाहिए, जिसमें देश के किसानों को सबसे ऊपर रखा जाये। इसके साथ-साथ कृषि के विशेषज्ञ को गाँव-गाँव जाकर खेती की जाँच करनी चाहिए। इन लोगो द्वारा किसानों को खेती के बारे में सही मार्गदर्शन देना चाहिए ताकि किसान हर समस्याओं से बच सकें। किसान अपने खेतों में पशुओं को रखते है। इसलिए हमें पशु चिकित्सक को भी गाँव-गाँव भेज कर पशु बीमारियों का इलाज करवाना चाहिए। मेरे सपनों के भारत में इन सभी किसानो के खेत हरियाली से, घर अनाज के भंडारों से, और जीवन खुशियों से भरा होगा।

 

मेरे सपनों का भारत औद्योगिक और तकनीकी क्षेत्र में

दुनिया में जब भी कोई देश विकसित होता है तो उसके कई कारण होते है। उसमें शिक्षा के बाद यदि कोई अन्य कारण देश को विकसित बना सकता है, तो वह है औद्योगिक और तकनीकी विकास। भारत में पिछले कुछ वर्षों में विज्ञान, प्रौद्योगिकी, औद्योगिक और तकनीकी विकास देखने को मिल रहा है। लेकिन हमें यह याद रखना चाहिए कि भारत अभी भी एक विकासशील देश है। इसलिए हमें और मेहनत करने की जरूरत है।

मेरे सपनों का भारत ऐसा होना चाहिए, जहां हमारा देश पूरी दुनिया में वैज्ञानिक उत्कर्ष का केंद्र बने। जिससे भारत औद्योगिक क्षेत्रों में बहुत तेजी से काम करके विकसित देशों की श्रेणी में अपनी जगह बनायें।

 

(यह भी पढ़ेडिजिटल इंडिया पर निबंध)

 

मेरे सपनों का भारत जातिगत भेदभाव के क्षेत्र में

भारत को भले ही 1947 में अंग्रेज़ो से आज़ादी मिली, लेकिन फिर भी आज हम धर्म, रंग-रूप, आर्थिक स्थिति, जाति और पंथ के भेदभाव से आज़ाद नहीं हो सके। हम सभी भारतीयों के लिए यह एक शर्मनाक चीज़ है। भारत में आज भी कुछ ऐसे लोग मौजूद है, जो समाज के निचले तबके के लोगों को बुनियादी अधिकारों से वंचित करने की कोशिश करते है।

भारत के कुछ राजनेता भी जातिवाद के नाम पर नागरिकों के बीच नफरत पैदा करते है। इसके अलावा भारत में धर्म का प्रचार करने वाले कई कट्टरपंथी और अलगाववादी समूह एक दूसरे के धर्म के बारे में गलत बोलकर लोगों को भड़काते हैं। इस वजह से अक्सर देश में अशांति का माहौल रहता है।

लेकिन मेरे सपनों का भारत ऐसा हो, जहां किसी भी भारतीय के साथ जाति और धर्म के नाम पर भेदभाव ना किया जाए। सबको समान अधिकार मिले और हर जगह साम्प्रदायिक एकता स्थापित हो।

हमारे राष्ट्रपिता गांधीजी ऐसा भारत चाहते थे, जहां एक गरीब भी महसूस कर सकें की यह हमारा देश है। बापू अक्सर कहा करते थे कि मैं एक ऐसा भारत बनाना चाहता हूं, जहां ऊंच-नीच के वर्गो में कोई भेदभाव न हो।

 

मेरे सपनों का भारत भ्रष्टाचार के क्षेत्र में

हमारे देश की सबसे खतरनाक समस्याओं में से एक भ्रष्टाचार है। दुनिया के किसी भी देश के विकास में भ्रष्टाचार एक बाधक समान है।

देश के कुछ सरकारी तंत्र को छोड़कर बाकी सब ऊपर से नीचे तक भ्रष्टाचार में लिप्त है। हमारे देश के कई अधिकारी और राजनेता देश की तरक्की करने के बजाय अपनी जेब भरकर अपनी तरक्की में व्यस्त है। अगर इस भ्रष्टाचार को रोका नहीं गया तो भारत पिछले कुछ सालो में दुनिया के सबसे अल्प-विकसित देशों में सामेल हो जाएगा। लेकिन मेरे सपनों का भारत ऐसा हो, जहां कहीं भ्रष्टाचार न हो। भारत के हर राजनेता और अधिकारी अपने काम के प्रति समर्पित हो। इसके साथ-साथ हमारी सरकार भ्रष्टाचार को रोकने लिए कठोर से कठोर व्यवस्था और कानून बनाए।

 

(यह भी पढ़ेभ्रष्टाचार पर निबंध)

 

मेरे सपनों का भारत गरीबी के क्षेत्र में

गरीबी हमारे देश को अंदर से खोखला कर देने वाली समस्या है। यह बात हर भारतीय नागरिक जानता है। भारत में कई लोगों के पास रहने के लिए घर, पहेनने के लिए कपड़े और खाने के लिए अनाज नहीं है। लेकिन मेरे सपनों का भारत एसा हो, जहां हर भारतीय के पास खाने के लिए भोजन हो, रहने के लिए मकान, पहेनने के लिए कपड़े हो और सबको समान अधिकार मिले।

 

मेरे सपनों का भारत अपराध दर के क्षेत्र में

अपराध शब्द का नाम सुनते ही ऐसा लगता है कि उस देश का हर नागरिक बड़े खतरे में होगा। आज भारत में अपराध का दर बहुत तेजी से बढ़ता जा रहा है। जैसे डकैती, अपहरण, बलात्कार, हत्या और चोरी जैसी कई घटनाएं हम आए दिन न्यूज़ में सुनते है। जब ऐसे अपराधों में बड़े परिवार के लोग शामिल होते है, तो कुछ मामलों में तो केस भी दर्ज नहीं होता। और अगर कोई केस दर्ज हो जाए तो उस केस की सुनवाई बहुत देर हो जाती है। जिसकी वजह से सही समय पर इंसाफ मिल नहीं सकता।

लेकिन मेरे सपनों का भारत ऐसा हो, जहां कोई अपराध न हो और हर भारतीय नागरिक को देश के कानून पर पूरा भरोसा हो।

 

निष्कर्ष

मैं ऐसे भारत की कल्पना करता हूं जहां भारतीय नागरिकों के अंदर दया और परोपकार की भावना हो। देश का हर नागरिक आत्मनिर्भर, विकसित, सुखी, शिक्षित और कर्मनिष्ठ हो। इसके साथ-साथ देश के लोगों में एक भाईचारे की भावना पैदा हो और लोग सभी धर्मों का सम्मान करने लगे। भारत का कोई भी व्यक्ति शोषण और अत्याचार जैसी घटनाएं कभी बर्दाश्त न करे। इतना सब कुछ जानने के बाद शायद अब आप लोगो को पता चल गया होगा कि मेरे सपनों का भारत कैसा होगा।


अगर आपको इस निबंध से लाभ हुआ हो, तो इसे share करना ना भूले । मेरे सपनों का भारत पर निबंध पढ़ने के लिए आप सभी का धन्यवाद (Mere Sapno Ka Bharat Essay in Hindi)

FAQ

Q- यह निबंध किसके लिए उपयोगी होगा?

ANS- यह निबंध आपको स्कूल के हर क्लास, कॉलेज और निबंध प्रतियोगिता में भी उपयोगी होगा।

Q- मेरे सपनों का भारत कैसा होगा?

ANS- इस निबंध को पूरा पढ़ने के बाद आपको पता चला जाएगा कि, मेरे सपनों का भारत कैसा होगा।


अन्य निबंध पढे :

ताजमहल पर एक सुंदर निबंध

भारतीय संस्कृति पर निबंध

स्वामी विवेकानंद पर निबंध

आदर्श विद्यार्थी पर निबंध

सड़क सुरक्षा पर निबंध

ऑनलाइन शिक्षा पर निबंध

बाल मजदूरी पर निबंध

1 thought on “(2022) मेरे सपनों का भारत पर निबंध- Mere Sapno Ka Bharat Essay in Hindi”

Leave a Comment