(2022) वसंत ऋतु पर निबंध- About spring season in Hindi

10 Lines on Spring Season in Hindi

  1. वसंत ऋतु मनुष्य को आनंद देने वाली ऋतु है।
  2. वसंत ऋतु को ऋतुओं की रानी भी कहा जाता है।
  3. भारत में वसंत ऋतु फरवरी, मार्च और अप्रैल के महीने में आती है।
  4. यह मौसम सर्दी के मौसम के बाद और गर्मियों की शुरुआत में आता है।
  5. वसंत पंचमी का त्यौहार लोग इस ऋतु के आने की ख़ुशी में मनाते है।
  6. वसंत के आगमन के साथ ही हमें ठंड से राहत मिलने लगती है।
  7. वसंत ऋतु के आगमन के साथ ही पेड़-पौधों पर नए पत्ते आने लगते हैं।
  8. वसंत ऋतु में हरे-भरे पेड़-पौधों और फूलों के कारण चारों ओर हरियाली छा जाती है।
  9. पक्षी आकाश में किलकारियां मारकर वसंत ऋतु का स्वागत करते हैं।
  10. वसंत ऋतु के आगमन के साथ कवियों को कविता की नई कला प्राप्त होती है, जिससे वे अच्छी अच्छी कविताओं की रचना करते है।

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About spring season in Hindi
– वसंत ऋतु पर निबंध

सर्दियों का अंत और कडकड़ाती गर्मियों की शुरुआत में वसंत ऋतु आती है। इस समय न ज्यादा ठंड होती है और न ही ज्यादा गर्मी। इसीलिए वसंत ऋतु एक सुहावना और रंगीन मौसम है। वसंत ऋतु को कवियों की सबसे पसंदीदा ऋतु भी कहा जाता है। इस ऋतु के आगमन के साथ ही पेड़ पर हरी भरी पत्तिया आने लगती है, फूलो का महकना शुरु हो जाता है, पक्षीयों का नाच-गाना शुरू हो जाता है और अन्य कई चिज़े मनमोहक और आकर्षक बन जाती है। इस प्रकार यह ऋतु बहुत सारी खुशियाँ और आनंद लेकर आती है।

 

वसंत ऋतु का आगमन

वसंत ऋतु का आगमन दुनिया के सभी देशों में अलग-अलग होता है। लेकिन भारत में फरवरी से अप्रैल तक, मुख्य तीन महीने ही वसंत ऋतु का प्रमुख समय होता है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार इसकी शुरुआत फाल्गुन के महीने से ही हो जाती है, लेकिन चैत्र और बैसाख इसके मुख्य महीने है। वसंत ऋतु का समय बाकी ऋतुओं की तुलना में काफी कम होता है।

फरवरी में ज्यादा ठंड नहीं होती और अप्रैल के महीने में ज्यादा गर्मी नहीं होती। इसलिए वसंत ऋतु के आगमन से मनुष्य जाती की अंतर-आत्मा अंदर से मुस्कुरा उठती है। लोग वसंत ऋतु का आनंद उठाने में बहुत मशगूल हो जाते है। यह ऋतु कब बीत जाती है पता ही नहीं चलता। इसीलिए वसंत ऋतु को ऋतुओ की रानी कहा जाता है।

वसंत ऋतु में कोयल के मीठे-मीठे गानो का सुर, फूलों की महकती खुशबू और आम खाने का आनंद ही कुछ अलग होता है। पक्षीयो की सारी प्रजाति इस ऋतु का काफी समय से इंतिज़ार करती है और जब वसंत ऋतु का आगमन होता है तब उनमें हर्षो-उल्लास की लहर फैल जाती है। इस समय हर पशु-पक्षी उत्साह और जोश से भर जाता है। इस तरह वसंत ऋतु का समय भले ही छोटा हो, लेकिन इतने कम समय में भी वह पूरे सजीव जगत को एक नए जीवन की शुरुआत देती है।

 

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ऋतुओं की रानी और खुशियों का मौसम

वसंत ऋतु की शुरूआत में तापमान सामान्य होता है, इससे लोग बिना गरम कपड़े पहने भी बाहर जा सकते है। इसी कारण सब लोग पिकनिक का आयोजन वसंत ऋतु में ही करते है। सर्दियों की ठंडी, ग्रीष्म की गर्मी और बारिश की ऋतु में हर जगह कीचड़ से हमें थोड़ी परेशानी होती है। लेकिन वसंत में इन सबकी कोई जंजट नहीं होती। इसलिए वसंत ऋतु को खुशीयो का मौसम कहते है।

पेड़ों पर नए पत्ते और शाखाएं आती है और फूल ताजा और रंगीन बन जाते है। हर जगह मैदान घास से भर जाते है। इस तरह पूरी प्रकृति हरी-भरी और ताजी दिखती है। इस ऋतु का वातावरण ही कुछ ऐसा है कि लोग बिना थके ज्यादा से ज्यादा काम करने को तैयार रहते है। इस समय जलाशयों की रोनक ही बदल जाती है। क्योकि इसमें पीले, सफेद, लाल आदि रंगों के कमल विकसित होते है। इसीलिए वसंत ऋतु को ऋतुओं की रानी और खुशियों का मौसम कहा जाता है।

 

वसंत ऋतु में खिलने वाले फल, फूल और अनाज

इस ऋतु में प्रकृति अपनी चरमसीमा पर होती है। कई सारे फल, फूल और अनाज वसंत ऋतु में पैदा होते है। इस मौसम के सबसे प्रमुख फूलों में सूर्यमुखी, गुलाब, गेंदा और सरसों शामिल है। इन सबकी खुशबू हमारे वातावरण को बहुत ही खुशनुमा और रंगीन बना देती है। वसंत ऋतु के मुख्य फलों की बात करें तो फलों के राजा आम इस ऋतु का सबसे महत्वपूर्ण फल है। इस समय लोग ज़्यादातर आम के पेड़ ही लगाते है।

अनाज में गेहूं, दलहन और तिलहन जैसी फसलों का मुख्य उत्पादन होता है। वास्तव में यह ऋतु एक किसान की जोली को धनों से भर देती है। इसी कारण वसंत ऋतु को सौंदर्य, स्फूर्ति, आनंद, खुशी और मौज-मस्ती का प्रतीक माना जाता है। खानपान के दृष्टि से यह ऋतु बहुत अच्छी मनी जाती है।

 

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वसंत ऋतु में मनाए जाने वाले त्यौहार

इस ऋतु में कई सारे त्यौहार आते है। जिसमें बसंत पंचमी, रामनवमी, बैसाखी, होली, बिहु और गुड़ी पड़वा जैसे कई त्यौहार शामिल है। बच्चे, बूढ़े और जवान इन त्योहारों का खूब लुत्फ उठाते है। इसमें बसंत पंचमी का महत्व वसंत ऋतु की शुरुआत से ही चालू हो जाता है। इस दिन हर घर में हलवा और केसरिया खीर बनाई जाती है। हर व्यक्ति इस दिन पीले रंग के कपड़े पहनते है और पतंग भी चढ़ाते है।

 

वसंत ऋतु का महत्व

वसंत ऋतु के आगमन के साथ ही नई फसलें पकने लगती है। इन फसलों को देखकर किसान खुशी से झूम उठता है। जब खेतो में सरसों के फूल निकलते है, तब ऐसा लगता है जैसे धरती ने एक पीली मखमल की चादर ओढ़ ली हो। इस समय प्रकृति में भी हर जगह फूलों की खुशबू छा जाती है, क्योंकि वसंत ऋतु में फूल अधिक खिलते है। सरोवर में इतने ज्यादा कमल के फूल खिलते है कि सारा पानी छुपा देते है।

इस ऋतु में सभी जीव-जंतु और पेड़-पौधों में एक नयी जान आ जाति है। हमारे चारों और हरियाली और रंगीन माहौल बन जाता है। और रंग-बिरंगी तितलियों के झुंड को हवा में उड़ते देख हमारा मन बहुत प्रफुल्लित होता है। इसके अलावा आम के पेड़ भी हवा में कितनी जबरदस्त सुगंध बिखेरते है। इस मौसम में कोयल के गले से निकली सुनहरी कूक को हम नज़रअंदाज़ नहीं कर सकते है। वो भी मानव मन को बहुत खुश कर देती है।

आसमान पर बादल छाया वातावरण, पेड़ों पर नए पत्ते और बहती हुई नदियाँ मनुष्य का मन जोश से भर देती है। वसंत ऋतु का सबसे अच्छा प्रभाव मानव स्वास्थ्य पर पड़ता है। ऐसे वातावरण में काम करने से बहुत बीमारियाँ हमसे दूर भाग जाती है। ठंडी-ठंडी हवा से मनुष्य की उम्र और बल में वृद्धि होती है। इस ऋतु में हर व्यक्ति को बाहर घूमने की इच्छा होती है। इसलिए तो स्कूल की छुट्टीया हमेशा इसी महीने में दी जाती है।

 

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वसंत ऋतु के लाभ और हानि

दुनिया में हर चीज़ के दो पहलू होते है। एक होता है लाभ और दूसरा है हानी। इसी तरह वसंत ऋतु के भी लाभ और हानी है।

 

वसंत ऋतु के लाभ

  • यह ऋतु मनुष्य के लिए अच्छी भावनाएं और अच्छा स्वास्थ्य लेकर आती है। हमारा मस्तिष्क कलात्मक और स्वच्छ विचारों से भर जाता है। इसलिए कई वैज्ञानिकों के अनुसार यह ऋतु मनुस्य स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद होता है। मनुष्य के साथ-साथ यह पेड़-पौधों को भी एक नया जीवन देती है।
  • फूलों के खिलने के लिए वसंत ऋतु सबसे अच्छी ऋतु मानी जाती है। तितलियाँ और मधुमक्खियाँ हमेशा फूलों की कलियों के आसपास मंडराती रहती है। वह फूलों के स्वादिष्ट रस चूसने का आनंद लेती है और हमारे लिए शहद बनाती है।
  • इसे किसानों का मौसम भी कहा जाता है, क्योकि वसंत ऋतु में किसानों के खेत फसलों से लहर उठते है। जब किसान इन फसलों को काटकर अपने घर ले जाते है, तब उन्हे बहुत राहत और सुकून मिलता है।
  • वसंत ऋतु आम का मौसम है। इस ऋतु में लोग फलों के राजा आम को खाने का भरपूर आनंद लेते है और मजे से खाते है।
  • इस मौसम में कोयल घने पेड़ों की डालियों पर बैठकर मधुर गीत गाती है और सभी का दिल जीत लेती है।
  • इसके अलावा कई पक्षी सर्दियों के कारण गर्म देशों में चले जाते हैं, लेकिन वसंत के आगमन के साथ पक्षियो की पुनः वापसी होती है।
  • वसंत का मौसम त्यौहार का मौसम है। जिसमें हम अपने परिवार, पड़ोसियों और रिश्तेदारों के साथ अच्छा समय बिता सकते हैं।
  • वास्तव में, वसंत ऋतु बाकी अन्य ऋतुओं की तुलना में काफी ज्यादा आरामदायक और खुशनुमा होती है।

 

वसंत ऋतु की हानी

  • हमने वसंत ऋतु के लाभ तो जाने, लेकिन इसके कुछ नुकसानों को हम नज़रअंदाज़ नहीं कर सकते है।
  • जैसे की यह ऋतु सर्दियों के अंत और गर्मियों की शुरुआती दिनो में आती है। इसलिए वातावरण थोड़ा संवेदनशील होता है। इस वातावरण से सर्दी-खांसी, खसरा, जुकाम और चेचक जैसी बीमारिया फैलती है। इससे लोगो को अपने स्वास्थ्य के लिए बहुत ज्यादा तैयारी करनी पड़ती है।
  • वसंत ऋतु में एक बात जरूर याद रखे कि इस ऋतु का आनंद लेने के साथ-साथ अपनी सेहत और स्वास्थ्य दोनों का ध्यान भी जरूर रखे। इसके अलावा वसंत ऋतु के कोई नुकसान नहीं है। इस तरह वसंत ऋतु के लाभ ज्यादा और नुकसान बहुत कम है।

 

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निष्कर्ष

दुनिया में शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति होगा जो वसंत ऋतु को पसंद ना करता हो। क्योंकि यह ऋतु बाकी ऋतुओ से काफी आरामदायक और खुशनुमा है। यह ऋतु हमें आनंद देने के साथ-साथ प्रकृति का जबरदस्त निर्माण भी करती है। सरोवर में कमल के फूल खिला कर वसंत ऋतु हमें यह संदेश देती है कि अपने सारे दुखों और कष्टों को भूलकर सभी को जीवन में खुशियां बाटो। इस तरह वसंत ऋतु हम सभी मनुष्यो को जीवन में एक बहुत बड़ा संदेश देती है।


अगर आपको इस निबंध से लाभ हुआ हो, तो इसे share जरूर करे। वसंत ऋतु पर निबंध पढ़ने के लिए आप सभी का धन्यवाद। (About spring season in Hindi

 

FAQ

Q- वसंत ऋतु पर निबंध कैसे लिखें ?

ANS- हमने इस पोस्ट में बहुत विस्तार से बताया है कि वसंत ऋतु पर एक सुंदर निबंध कैसे लिखा जाता है।

Q- वसंत का मौसम क्या है ?

ANS- यह ऋतु सर्दियों के अंत और गर्मियों की शुरुआती दिनो में आती है। सर्दियों की ठंडी, ग्रीष्म की गर्मी और बारिश की ऋतु में हर जगह कीचड़ से हमें थोड़ी परेशानी होती है। लेकिन वसंत में इन सबकी कोई जंजट नहीं होती। इसलिए वसंत ऋतु को खुशीयो का मौसम कहते है।

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ANS- वसंत ऋतु

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