दोस्तो, आज हम स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध (swachh bharat abhiyan essay in hindi) को विस्तृत मे जानेगे ।
यह निबंध आपको स्कूल के हर क्लास ओर कॉलेज मे काम आने वाला है ।
हम इस निबंध मे जानेगे की आखिर क्यो हमे इस अभियान की जरूरत पड़ी ?
इसके साथ-साथ हम यह भी समजेगे की, क्या स्वच्छ भारत अभियान से हमे लाभ हुआ है या नहीं ?
हम पर भरोसा करें, स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध को पढ़ने के बाद शायद ही आपके मनमे इसके बारे मे कोई संदेह रहेगा । और आपको अंत तक इस निबंध मे आपको बहोत मज़ा आएगा ।
तो चलिए शुरू करते है ।
Table of Contents
- 1 Swachh Bharat Abhiyan Essay in hindi- स्वच्छ भारत अभियान
- 2 प्रस्तावना :-
- 3 स्वच्छ भारत अभियान क्या है ? और कब इसकी शुरुआत हुई ?
- 4 महात्मा गांधी जी से जुड़ा यह अभियान :-
- 5 हमे स्वच्छ भारत अभियान की आवश्यकता क्यो पड़ी ?
- 6 स्वच्छ भारत अभियान में शामिल मंत्रालय :-
- 7 स्वच्छ भारत अभियान के लिए चुने गए महत्व के व्यक्ति (ब्रांड एंबेसडर) :-
- 8 स्वच्छ भारत अभियान का उद्देश्य क्या है ?
- 9 स्वच्छ भारत अभियान का प्रतीक और आदर्श वाक्य :-
- 10 निष्कर्ष :-
Swachh Bharat Abhiyan Essay in hindi- स्वच्छ भारत अभियान
प्रस्तावना :-
दुनिया की किसी भी वस्तु का निरंतर उपयोग करने के बाद, एक समय आता है जब वो काम की नहीं रहती । उस वक्त हम एसी चीज़ों को कही भी फेंक देते है ।
लेकिन हमे अंदाजा नहीं होता की एसी चिजे हमे भविष्य मे कितना नुकसान करेगी । जब हम एसी चीज़ों को सही जगह ठिकाने लगाते है, उसे ही स्वच्छता कहा जाता है ।
परंतु आज हम सभी को अपने घर की साफ-सफाई करना और उसे स्वच्छ रखना पसंद है । लेकिन क्या हमे अपने गलि-मोहल्ले, पेड़-पौधे और सार्वजनिक जगहो पर साफ-सफाई करना पसंद है ? बिलकुल नहीं ।
और जब हम इन जगहो की सफाई नहीं करते, तब हमारे आस-पास अधिक मात्रा मे कचरा और गंदगी फ़ेल जाती है । जिसके कारण नए-नए रोग उत्पन्न होने का डर रेहता है ।
इसके अलावा हमारे देश के ज़्यादातर घरो मे आज भी शौचालय की कोई व्यवस्था नहीं है । जिसके कारण लोग शौच करने के लिए अपने घर से बाहर जाते है ।
इसकी वजह से प्रकृति को नुकसान होता ही है, लेकिन इससे गंभीर बीमारिया फैलने का अधिक डर रेहता है ।
और इन सारी वजहों के कारण ही स्वच्छ भारत अभियान का जन्म हुआ ।
स्वच्छ भारत अभियान क्या है ? और कब इसकी शुरुआत हुई ?
भारत सरकार की राष्ट्रीय स्वच्छता मुहिम यानि स्वच्छ भारत अभियान । इस अभियान के तहत भारत को स्वच्छ करने की बात कही गई थी ।
इसके अलावा भारत के हर घर मे शौचालय का निर्माण करना भी इस अभियान का प्रमुख उदेश्य था ।
वैसे भारत को स्वच्छ रखने की कल्पना तो गांधीजी ने आजादी के पहले ही करी थी ।
लेकिन भारत सरकार द्वारा आधिकारिक तौर पर साल 1999 मे संपूर्ण स्वच्छता अभियान द्वारा भारत को स्वच्छ करने का अभियान शुरू किया । लेकिन यह अभियान इतना प्रभावशाली नहीं रहा ।
इसके बाद साल 2002 मे इसी अभियान का नाम बदलकर निर्मल भारत अभियान किया गया ।
इस अभियान का मकसद खुले मे शौच का त्याग करके परंपरागत प्रथाओ को समाप्त करना था । और 2012 तक घरेलू स्वच्छता स्थापित करना था । लेकिन यह अभियान भी अपने लक्ष्य को हासिल नहीं कर सका ।
इसके बाद साल 2014 मे भारत के लोकसभा चुनाव मे बीजेपी पार्टी विजेता बनी ।
इस सरकार ने भारत की बिगडती छवि में सुधार के लिए फिर से इस अभियान की शुरुआत करी और इस बार नाम स्वच्छ भारत अभियान रखा गया ।
इस अभियान का उदेश्य देश के हर नागरिक को उनके घर या घर के नज़दीक शौचालय की व्यवस्था कर देना था ।
2 अक्टूबर, 2014 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा महात्मा गांधी की 145वी जयंती पर स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत की गई ।
इस अभियान के 5 साल बाद यानि 2 अक्टूबर, 2014 पर भारत को एक संपूर्ण स्वच्छ देश बनाने का दृढ़ संकल्प भारत के लोगो ने लिया ।
इस अभियान को महात्मा गांधी के जन्मदिन पर शुरू किया गया और उनकी 150वीं जयंती पर इस अभियान को पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया था ।
इस अभियान को अब तक का सबसे बड़ा स्वच्छता अभियान माना जाता है । क्योकि इसमे लगभग 30 लाख से ज्यादा सरकारी कर्मचारियों और स्कूल-कॉलेजों के विध्यार्थीओ ने भाग लिया था ।
इस अभियान को महात्मा गांधी स्वच्छ भारत अभियान और क्लीन इंडिया मूवमेंट भी कहा जाता है ।
महात्मा गांधी जी से जुड़ा यह अभियान :-
गाँधी जी का मानना था की, स्वच्छता तो स्वतंत्रता से भी अधिक जरूरी है । क्योंकि अगर हमारे आस-पास स्वच्छता होगी तो हमारा जीवन स्वस्थ और शांतिपूर्ण रहेगा ।
इसीलिए उन्होने भारत को स्वच्छ देश बनाने का सपना देखा था । और उस सपने को पूरा करने के लिए गांधी जी ने काफी प्रयास किए ।
जब वो आश्रम मे रहते थे, तब वो हररोज सुबह 4:00 बजे उठकर आश्रम की सफाई खुद करते थे । वर्धा आश्रम मे तो उन्होने अपना शौचालय बनवाया था । उसे हर-दिन खुद साफ किया करते थे ।
लेकिन उस समय हमारे देश की गरीबी इतनी ज्यादा थी की गंदगी को नियंत्रण करना बहोत मुश्किल था । और गांधी जी अंत मे सफल न हो सके ।
अरे दुर्भाग्य की बात तो यह है की, हमारी आजादी के 74 सालो बाद भी आज हम स्वच्छता के मामले मे काफी पीछे है । (swachh bharat abhiyan essay in hindi)
भारत सरकार कई सालो से बापू के इस सपने को हकीकत मे बदलने का प्रयास कर रही है । और उसमे से एक प्रयास वर्तमान सरकार का यह स्वच्छ भारत अभियान भी है । जिसमे वो काफी हद-तक सफल भी रही है ।
हमे स्वच्छ भारत अभियान की आवश्यकता क्यो पड़ी ?
इस अभियान को लाने की हमारी सबसे पहली आवश्यकता थी, महिलाओकी शारीरिक पीड़ा ।
अगर हम देश की महिलाओ के बारे मे सोचे तो उन्हे कितना दर्द होता होगा जब वो खुले में शौच करने जाती है ।
कई जगहो पर एसी परंपराए है की, जब तक अंधेरा नहीं हो जाता तब तक महिलाए शौंच के लिए बाहर नहीं जा सकतीं । (swachh bharat abhiyan essay in hindi)
एसी परंपराओ के कारण महिलाओ को शौच करने के लिए रात होने की प्रतीक्षा करनी पड़ती है । एक बार सोचे तो सही उन्हें किस प्रकार की शारीरिक यातना होती होंगी ।
तो क्या हम अपनी मां और बहनों की गरिमा के लिए शौचालयों की व्यवस्था नहीं कर सकते ?
और खुले में शौच करने से हम प्रकृति को कितना नुकसान पहुचा रहे है, उसका हमे अंदाजा भी नहीं है ।
इसके अलावा हमारे देश मे मौजूद कूड़े-कचरे और गंदगी को हम कैसे नज़रअंदाज कर सकते है ।
भारत के लगभग सारे शहर और गांव मे इतनी ज्यादा गंदगी है की, विदेशी लोग भी भारत आना पसंद नहीं करते । जिसका असर हमारी अर्थव्यवस्था पर पड़ता है ।
2018 के कुछ आंकड़ों के मुताबिक भारत प्रति दिन 1 लाख मीट्रिक टन कचरा उत्पन्न करता है । और हेरानी की बात तो यह है की, इस कचरे को हम सही तरह से निपटान भी नहीं कर रहे है ।
जिसके कारण कचरा हमारे देश को अंदर-ही-अंदर खोखला करता जा रहा है ।
हमारी एसी हालत हो गयी थी की, नदी-नालो मे पानी की जगह कचरा बह रहा था । इतनी ज्यादा मात्रा मे हम कचरा उत्पन्न करते है । (swachh bharat abhiyan essay in hindi)
हमारे इस कचरे की वजह से जीव-जंतुओं को भी काफी नुकसान उठाना पड़ता है ।
हमे इन सभी चुनीतियों से लड़ने के लिए सबसे पहले लोगो के अंदर जागरूकता लाने की जरूरत थी । इसके अलावा हमे खुले मे शौच की प्रवृति को भी खत्म करने की बहोत जरूरत थी ।
इन सारी चीज़ों को ध्यान मे रख कर भारत सरकार को पता चला की हमे एक एसे आंदोलन या अभियान की जरूरत है, जो इन सारी चीज़ों को जड़ से खत्म कर दे ।
और यही से हमे स्वच्छ भारत अभियान की आवश्यकता नज़र आई ।
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स्वच्छ भारत अभियान में शामिल मंत्रालय :-
- राज्य सरकार
- पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय
- सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम व निगम
- शहरी विकास मंत्रालय
- ग्रामीण विकास मंत्रालय
- गैर सरकारी संगठ
ऊपर बताए गए सारे मंत्रालय और राज्य सरकार स्वच्छ भारत अभियान को सफल बनाने मे महत्वपूर्ण योगदान दे रहे है ।
स्वच्छ भारत अभियान के लिए चुने गए महत्व के व्यक्ति (ब्रांड एंबेसडर) :-
हमारे आस-पास सफाई रखना ये हमारी नैतिक जिम्मेदारी है । लेकिन वर्तमान मे हम अपनी जिम्मेदारियो को भूल गए है । और इसीलिए हमे स्वच्छ भारत अभियान जैसे अभियान को लाना पड़ता है ।
अगर हमे इन अभियानो को जल्दी से लोगो तक पहुचाना है, तो हमे हर क्षेत्र के प्रसिद्ध लोगो को एसे अभियानो मे शामिल करना होगा । क्योकि सामान्य लोग एसे व्यक्तियों से बहोत प्रभावित होते है ।
इसीलिए हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी ने स्वच्छ भारत अभियान के प्रचार के लिए कुछ बड़ी हस्तियों ओर प्रभावी लोगो को चुना था ।
जिनके नाम कुछ इस प्रकार है :-
- बाबा रामदेव
- सलमान खान (अभिनेता)
- कमल हसन (अभिनेता)
- प्रियंका चोपड़ा (अभिनेत्री)
- सचिन तेंडुलकर (क्रिकेटर)
- विराट कोहली (क्रिकेटर)
- महेन्द्र सिंह धोनी (क्रिकेटर)
- शशि थरूर (संसद के सदस्य)
- मृदुला सिन्हा (लेखिका)
- अनिल अंबानी (उद्योगपति)
- तारक मेहता का उल्टा चश्मा की टीम
स्वच्छ भारत अभियान का उद्देश्य क्या है ?
किसी ने क्या खूब लिखा है की, स्वच्छता से ना सिर्फ हमारा तन बल्कि मन भी साफ़ रहता है । और जब हमारा मन साफ होगा तो हम अपने देश के बेहतर भविष्य के बारे मे सोच सकेंगे ।
और इस अभियान का उदेश्य भी देश को स्वच्छ बना कर विकसित देशो मे शामिल करना है ।
स्वच्छ भारत अभियान के उद्देश्य को मुख्य दो भागो मे विभाजित किया गया है । ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छ भारत अभियान का उद्देश्य और शहरी क्षेत्रों में स्वच्छ भारत अभियान का उद्देश्य ।
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ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छ भारत अभियान के उदेश्य :-
आज के आधुनिक युग मे शहरों का विकास बहोत तेजी से हो रहा है । लेकिन ग्रामीण क्षेत्रो का विकास उतना नहीं हो रहा है ।
इसका मतलब यह नहीं है की, सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के लिए कोई प्रयास नहीं किए ।
भारत सरकार ने गाव के लोगो को सुख-सुविधा देने के लिए कई योजनाए बनाई थी । परंतु उन योजनाओं का सम्पूर्ण लाभ ग्रामीण क्षेत्रों में देखने को नही मिलता ।
और इसलिए भारत सरकार ने स्वच्छ भारत अभियान के तहत ग्रामीण क्षेत्रों को भी शामिल किया है ।
एक अनुमान के मुताबिक भारत की कुल आबादी लगभग 1.2 बिलियन है । लेकिन उसमे 600 मिलियन से भी ज्यादा लोगो के पास शौचालय ही नही है ।
भारत के ग्रामीण क्षेत्रो की हालत तो इससे भी बुरी है । भारत के गावों मे 72 प्रतिशत से ज्यादा लोग शौच करने के लिए घर से बाहर जाते है । (swachh bharat abhiyan essay in hindi)
इसी वजह से स्वच्छ भारत अभियान का पहला उदेश्य देश के हर घर मे शौचालयों का निर्माण करना और खुले में शौच की समस्या को खत्म करना है ।
इसके लिए भारत सरकार ने सिर्फ गाव मे 11 करोड़ 11 लाख शौचालयों के निर्माण का वादा किया था । जिसका सम्पूर्ण खर्च करीब एक लाख करोड़ रुपए था ।
और गाव मे ग्राम पंचायत की मदद लेकर ठोस और तरल कचरे को अच्छी तरह से प्रबंधन करना भी सरकार का उदेश्य था ।
शहरी क्षेत्रों में स्वच्छ भारत अभियान के उदेश्य :-
इस अभियान के तहत हमारे शहरों को स्वच्छ करने के लिए कई रणनीति बनाई गई थी ।
लेकिन गावों के मुक़ाबले शहरो की हालत थोड़ी अच्छी है । क्योकि शहरो के ज़्यादातर घरो मे शौचालय मौजूद है ।
इसलिए शहरों मे सार्वजनिक अस्पताल, रेलवे स्टेशन, पोस्ट ऑफिस, सरकारी कार्यालय, बस स्टैंड, बैंक ओर मुख्य बाजार के पास सार्वजनिक शौचालय बनाए जाएंगे ।
लेकिन कई जगहो पर सार्वजनिक शौचालय बनाना संभव नहीं होता । एसी जगहो पर सामुदायिक शौचालय का निर्माण किया जाएंगे । (swachh bharat abhiyan essay in hindi)
आंकड़ो की बात करे तो, शहरी क्षेत्रों मे सरकार द्वारा 2.5 लाख सामुदायिक शौचालय और 2.6 लाख सार्वजनिक शौचालय का निर्माण किया जाएंगे ।
यह अभियान मुख्य 4401 शहरों पर लागू किया जाएगा, जिसका खर्च 62,009 करोड़ रुपय है । इस मे केंद्र सरकार 14,623 करोड़ रुपये देंगी । और बाकी के रुपये राज्य सरकारे देंगी ।
केंद्र सरकार द्वारा दिये जाने वाले 14,623 करोड़ रुपये भी अलग-अलग क्षेत्रों मे विभाजीत होगे ।
जिसमे 7,366 करोड़ रुपये ठोस अपशिष्ट प्रबंधन पर, 4165 करोड़ रुपये व्यक्तिगत घरेलू शौचालय पर, 655 करोड़ रुपये समुदाय शौचालय पर और बाकी बचे 1828 करोड़ रुपये जनजागरूकता पर लगाए जाएंगे ।
इस अभियान का एक उदेश्य यह भी है की, हमे लोगो की मानसिकता को बदलना है । क्योकि कुछ लोग तो ये ही मान कर गंदगी और कचरा फेलाते है की हमारे थोडे से कचरा फैलाने से पूरा देश कहा गंदा हो जाएगा ।
लेकिन इन्हे कोन समजाए की, थोड़ा-थोड़ा कचरा मिलकर बहुत ज्यादा कचरा जमा हो जाता है, जो अंत मे हम मनुष्यो को ही गंभीर नुकसान करता है ।
इसीलिए लोगो के अंदर स्वच्छता के बारे मे जागरूकता लाना भी इस अभियान का मुख्य उदेश्य है ।
इसके अलावा 2019 तक देश के सभी घरो मे पाइपलाइन लगवाकर पानी की पूर्ति सुनिश्चित करना था । (swachh bharat abhiyan essay in hindi)
और ज्यादा-से-ज्यादा पेड़ लगाने का लक्ष्य भी रखा गया है । ताकि लोगो को नियमित वर्षा और शुद्ध वायु मिल सके ।
अगर भारत के सभी लोग एक होकर इस स्वच्छ भारत अभियान को सफल करने में लग जाए तो वह दिन दूर नहीं जब श्रेष्ठ ओर विकसित देशो मे भारत का नाम भी शामिल होगा ।
इस अभियान को ध्यान मे रखकर ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक अच्छा निर्णय लिया ।
इस निर्णय के मुताबिक अब सरकारी भवनों और कार्यालयो मे कोई भी व्यक्ति तंबाकू, गुटका, पान आदि व्यसन नहीं करेगा । यानि की एक तरह से एसे व्यसनों पर प्रतिबंध लगा दिया ।
लेकिन क्या आपको लगता है की, इसकी जरूरत उत्तर प्रदेश में ही नहीं बल्कि पूरे भारत देश में होनी चाहिए ? (इसका जवाब कमेंट मे जरूर दे)
स्वच्छ भारत अभियान का प्रतीक और आदर्श वाक्य :-
इस अभियान का प्रतीक (logo) भी दिलचस्प तरीके से बना गया था । इसके लिए एक प्रतियोगिता आयोजित की गयी थी ।
और जो व्यक्ति उस प्रतियोगिता मे विजेता बनेगा, उस व्यक्ति का प्रतीक (logo) ही स्वच्छ भारत अभियान का प्रतीक होगा ।
इस प्रतियोगिता मे महाराष्ट्र राज्य के कोल्हापुर के व्यक्ति अनंत खसबरदार विजेता हुए, और उनके द्वारा बनाया गया logo ही स्वच्छ भारत अभियान का आधिकारिक (ऑफिसियल) लोगो कहा गया ।
अनंत खसबरदार के लोगो में एक चश्मा है, जो गांधीजी के चश्में के संकेत के तौर पर बनाया गया है । और इसी चश्में के बीच में स्वच्छ भारत लिखा गया है । (swachh bharat abhiyan essay in hindi)
स्वच्छ भारत अभियान का आदर्श वाक्य है, एक कदम स्वच्छता की ओर ।
निष्कर्ष :-
तो अब आपको पता चल गया होगा की, स्वच्छ भारत अभियान हमारे देश के लिए कितना महत्व रखता है ।
दुनिया का दूसरा सबसे ज्यादा आबादी वाला देश यानि भारत मे एसे अभियान को चलाना कोई सामान्य बात नहीं है ।
क्योकि यहा कई जाति और धर्म के लोग रहते है । इन सभी लोगो मे बिना भेदभाव किए इस अभियान को सफल बनाना बहोत मुश्किल काम था ।
इसलिए स्वच्छ भारत अभियान भले ही इतना सफल न हुआ हो । लेकिन इसकी वजह से लोगो मे स्वच्छता के बारे मे काफी जागरूकता आई है, इसे हम बिलकुल भी नकार नहीं सकते ।
अब मे आखिर मे आपसे एक प्रश्न पूछना चाहता हु की, क्या अब आप लोग अपने आस-पास स्वच्छता रखेंगे या नहीं ? इसका जवाब कमेंट मे जरूर दे ।
और आपको यह स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध (swachh bharat abhiyan essay in hindi) कैसा लगा ?
हमने पूरी कोशिस की है, ताकि आपको सरल ओर साधारण भाषा मे स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध दे सके ।
लेकीन फिर भी आपको कोई समस्या हो तो आप हमे email जरूर करे । आपको और भी किसी विषय पर निबंध चाहिए तो कमेंट मे जरूर बताए ।
और अगर आपको लगता है की आपके आस-पास कोई एसा व्यक्ति है, जो बहोत कचरा फेलाता है । और आज भी शौच करने के लिए खुली जगहो पर जाता है तो उसे इस अभियान के बारे मे एक बार जरूर बताए ।
एसे लापरवाह लोगो तक भी इस निबंध को जरूर पहुचाए । (please share)
Thanks for reading swachh bharat abhiyan essay in hindi
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