तरुणदीप राय का जीवन परिचय, Tokyo ओलिंपिक में Tarundeep Rai, एशियाई ग्रैंड प्रिक्स चैंपियनशिप बैंकॉक में तरूणदीप राय को गोल्ड मैडल, (Archery, State, Coach, religion)
तरूणदीप राय एक भारतीय खिलाड़ी है, जिन्होंने एशियाई ग्रैंड प्रिक्स चैंपियनशिप बैंकॉक में भारत को गोल्ड मैडल दिलवाकर गौरवान्वित किया था. इसके अलावा भी उन्होंने कई अवसर पर भारत को गौरवान्वित किया है. तरूणदीप राय का खेलों से एक पुराना नाता है. वह बचपन से ही तीरंदाजी का शोक रखते थे. साल 2005 में तरूणदीप को तीरंदाजी के खेल में शानदार प्रदर्शन करने के कारण भारत सरकार द्वारा अर्जुन अवार्ड दिया गया था. उनकी विभिन्न प्रतियोगिताओं के प्रदर्शन को देखते हुए भारत को टोक्यो ओलंपिक 2020 में उनसे कई उम्मीदें है.
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तरुणदीप राय का जीवन परिचय
नाम Name | तरूणदीप राय |
जन्म तारीक Date of Birth | 22 February 1984 |
उम्र Age | 37 साल |
रहवासी Residence | नामची, सिक्किम |
नागरिकता Nationality | भारतीय |
धर्म Religion | हिंदू |
जाति Caste | NA |
पेशा Occupation | खिलाड़ी |
खेल Game | तीरंदाजी |
शारीरिक बनावट Physical Status | NA |
लम्बाई Height | 5 फुट 8 इंच |
वजन Weight | 60 किलोग्राम |
आँखों का कलर | काला |
बालों का रंग | काला |
गोल्ड Gold | 2 |
सिल्वर Silver | 3 |
कांस्य Bronze | 3 |
कुल मैडल Total Medal | NA |
कोच Coach | NA |
नेटवर्थ | NA |
तरुणदीप राय का व्यक्तीगत जीवन
पिता का नाम | NA |
माता का नाम | NA |
पत्नी wife | अंजना भट्टारी |
पुत्र son | नुशम सिंह राय |
भाई-बहन | NA |
तरुणदीप राय का बचपन
22 फरवरी 1984 को सिक्किम के नामची जगह पर तरूणदीप का जन्म हुआ था. तीरंदाजी करना उनका बचपन से शौक था. इसके साथ-साथ वह एसे परिवार से आते थे जिसका खेलों से एक पुराना नाता रहा है. पूर्व भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान बाइचुंग भूटिया उनके चचेरे भाई है. खेलों में उनको बाइचुंग भूटिया से काफी प्रेरणा मिली थी. उनकी पत्नी का नाम अंजना भट्टारी है और उनका एक पुत्र भी है, जिसका नाम नुशम सिंह राय है. तरूणदीप को मूवी देखना, गाने सुनना और ड्राइव करना बहुत पसंद है. वर्तमान में तरूणदीप राय भारतीय आर्मी में नौकरी भी कर रहे है.
तरूणदीप राय के जीवन मे तीरंदाजी खेल की शुरुआत
तरूणदीप ने 19 साल की उम्र में ही अपना पहला अंतरराष्ट्रीय मैच खेला था. साल 2003 में एशियन आर्चरी चैंपिनशिप म्यांमार में उन्होने अपना डेब्यू किया था. साल 2004 के समर ओलम्पिक में भी तरूणदीप भारत की आर्चरी टीम का हिस्सा थे. लेकिन उस समय तरूणदीप 11 वें स्थान पर रहे थे. साल 2005 के तीरंदाजी वर्ल्डकप में तरूणदीप को सेमीफाइनल में साउथ कोरिया के जांग चोई से हार का सामना करना पड़ा था. इसके अलावा साल 2012 के लंदन ओलंपिक में भी तरूणदीप भारतीय तीरंदाजी टीम का हिस्सा रहे थे. परंतु उस समय वह पुरूषों की रैकिंग में 31 वें स्थान पर रहे थे.
तरुणदीप राय की उपलब्धियों (Tarundeep Rai Achievements)
- साल 2004 के एशियन ग्रैंड प्रिक्स चैंपियनशिप बैंकॉक में तरूणदीप ने अपना पहला गोल्ड मेडल हासिल किया था.
- साल 2005 के एशियन आर्चरी चैंपियनशिप में भारतीय पुरुष टीम को सिल्वर मेडल दिलाने में तरूणदीप ने अहम भूमिका निभाई थी.
- साल 2006 के एशियन गेम्स में भी वह तीरंदाजी टीम का हिस्सा रहे थे, जिसने सिल्वर मेडल जीता था.
- साल 2009 में ईरान के तेहरान में हुए ग्रैंड प्रिक्स चैंपियनशिप मे भी उन्होने एक व्यक्तिगत सिल्वर मेडल और टीम के साथ गोल्ड मेडल जीता था.
- साल 2010 के 16 वें एशियन गेम्स में तरूणदीप ने सिल्वर मेडल जीता कर विश्व मे तहलका मचा दिया था. इसकी वजह से तरूणदीप पुरूष एकल में जीतने वाले भारत के लिए पहले खिलाड़ी बन गए थे.
- उसी साल तरूणदीप ने चीन में पुरुष टीम स्पर्धा में गोल्ड मेडल जीता था. इसके साथ-साथ उन्होंने क्रोएशिया में भी पुरुष टीम स्पर्धा में सिल्वर मेडल हासिल किया।
- साल 2011 के आर्चरी वर्ल्डकप में तरूणदीप ने पुरुष टीम स्पर्धा में सिल्वर मेडल जीता था.
- साल 2012 में तुर्की में हुए आर्चरी वर्ल्डकप में उन्होने पुरूष टीम स्पर्धा में सिल्वर मेडल जीता था.
- साल 2019 के विश्व तीरंदाजी चैंपियनशिप में भी तरूणदीप ने प्रवीण जाधव और अतानु दास के साथ पुरूष टीम स्पर्धा में सिल्वर मेडल हासिल किया था.
तरुणदीप राय पुरस्कार (Tarundeep Rai Award)
- तरूणदीप को साल 2005 में तीरंदाजी के खेल में बहुत ही शानदार प्रदर्शन करने के कारण भारत सरकार ने अर्जुन अवार्ड दिया था.
- इसके साथ-साथ उनको साल 2020 मे पद्मश्री से नजावा गया था. यह हमारे देश का चौथा सबसे बड़ा नागरिक पुरस्कार है।
टोक्यो ओलंपिक-2020
जापान के टोक्यो-2020 में तरूणदीप राय ने मेडल नहीं जीता है। लेकिन हम आशा रखते है कि अगली ओलंपिक में वह अपना जलवा दिखाकर भारत के लिए मेडल जरूर लाएँगे.
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