(2022) वृक्षारोपण पर निबंध- Vriksharopan Par Nibandh

(वृक्षारोपण पर निबंध, वृक्षारोपण की आवश्यकता, vriksharopan ka mahatva)

 

प्राचीन काल से ही मनुष्य और प्रकृति का संबंध बहुत घनिष्ठ रहा है। भोजन से लेकर आवास तक मनुष्य अपनी सभी ज़रूरियात प्रकृति से पूरी करता था। प्रकृति में भी इसे वृक्षों से बहुत ज्यादा लाभ होता था। क्योकि वृक्षों ने मनुष्य को खाने के लिए फल, ईंधन के रूप में लकड़ी और शरीर को ढकने के लिए पत्ते दिये।

लेकिन उसके बाद धीरे-धीरे मनुष्य का विकास होने लगा और वह आधुनिकता की ओर बढ़ने लगा। किन्तु विकास और आधुनिकता की दौड़ में मनुस्य अब पर्यावरण को बहुत ज्यादा नुकसान पहुचाने लगा था। उसने अंधाधुंध पेड़ों को काटना शुरू कर दिया और कुछ ही समय में कई जंगलों को नष्ट कर दिया। लेकिन वृक्षो की कमी की कारण आज हमें कभी अकाल तो कभी सुनामी जैसे हालात देखने को मिलते है। ग्लोबल वार्मिंग जैसी खतरनाक घटनाएं भी वृक्षों की अंधाधुंध कटाई से ही होती है। इन सभी प्राकृतिक आपदाओं को रोकने के लिए हमें ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाने की जरूरत है।

 

Table of Contents

वृक्षारोपण क्या है?

दुनिया में कहीं भी ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाने या बीज बोने की प्रक्रिया को वृक्षारोपण कहा जाता है। अगर वृक्षारोपण को साधारण भाषा में समझे तो, नए वनों का निर्माण करना। इसमें कोई एक व्यक्ति या कोई समूह मिलकर वृक्षारोपण करता है। इससे न सिर्फ वृक्षो की संख्या बढ़ेगी, बल्कि लोगो में भी जागरूकता आएगी

 

वृक्षारोपण क्यों आवश्यक है?

वृक्षो को सुरक्षित रखने के लिए हमें वृक्षारोपण की आवश्यकता है। क्योंकि वृक्षों के बिना हमारा जीवन शून्य है। अगर हम इसी तरह वृक्षों को अंधाधुन काटते रहेंगे तो प्रकृति का संतुलन बिगड़ जाएगा जब प्रकृति का संतुलन बिगड़ेगा तो पृथ्वी का संपूर्ण वातावरण प्रदूषित और अशुद्ध हो जाएगा। इसकी वजह से एक समय ऐसा आएगा कि हम ठीक से सांस भी नहीं ले पाएंगे। इसीलिए हमें वृक्षारोपण की आवश्यकता है।

पेड़ों से हमें कागज और लकड़ियो के रूप ईंधन प्राप्त होता है। इसके अलावा पेड़ भूमि के कटाव होने से रोकता है, जिससे हमारी जमीने बंजर नहीं बनती। इसके लिए भी वृक्षारोपण जरूरी है।

दुनिया में किसी भी देश का वातावरण उस देश की वर्षा और वायुमंडलीय तापमान पर निर्भर करता है। और किसी भी देश की वर्षा और वायुमंडलीय तापमान उस देश के वृक्षो पर निर्भर करता है। अगर वृक्षो का ज्यादा मात्रा में विनाश किया गया तो वर्षा में असंतुलन पैदा होगा और तापमान बढ़ेगा, जो मनुष्य और सभी जीवों के लिए हानिकारक है। इसलिए हमें वर्षा को संतुलीत करने और वायुमंडलीय तापमान को नियंत्रित करने के लिए ज्यादा से ज्यादा पेड़ों की आवश्यकता होगी। इसी कारण हमें वर्तमान में वृक्षारोपण करने की आवश्यकता है।

वृक्षारोपण पर निबंध

इसके अलावा हम सभी जानते है कि केवल पेड़ ही हमें ऑक्सीजन देते है। और ऑक्सीजन दुनिया के हर जीव के लिए अति-आवश्यक है। अगर वातावरण में कुछ सेकंड के लिए भी ऑक्सीजन की मात्रा कम हो जाए, तो न जाने कितने लोग और जानवरो का विनाश हो जाएगा। लेकिन फिर भी हम अंधाधुन वृक्षों की कटाई कर रहे है। जिसकी वजह से वातावरण में ना सिर्फ ऑक्सीजन की मात्रा कम हो रही है, बल्कि कार्बन डाइऑक्साइड जैसे खतरनाक वायु की मात्रा बढ़ रही है। जो सभी जीवों के हानिकारक है। वातावरण में ऑक्सीजन की मात्रा को बढ़ाने के लिए भी हमें वृक्षारोपण करना जरूरी है।

अगर हम इसी तरह पेड़ों को काटते रहे तो भूकंप और बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदाओं से हमें नुकसान होने की संभावना है। इन प्राकृतिक आपदाओं को रोकने के लिए भी वृक्षारोपण आवश्यक है। इसके अलावा भी ऐसे कई कारण है, जिसके लिए हमें वृक्षारोपण करना जरूरी है।

 

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वृक्षों के फायदे

  • वृक्षों का सबसे पहला फायदा यह है कि, उसने हमें खाने के लिए फल और सब्जियां दी है। इससे हम कई प्रकार के जूस, जैम और सॉस जैसी वस्तुए बना कर खाते है।
  • पेड़ो की लकड़ी से हमें फर्नीचर, रबर, कागज़ और कई प्रकार की सजावटी चिजे प्राप्त होती है। इसके अलावा हम पेड़ों की लकड़ी का उपयोग ईंधन के रूप में भी कर सकते है।
  • पेड़-पौधों की जड़ों, पत्तियों, फल और फूलों का उपयोग करके कई प्रकार की जीवन रक्षक दवाए बनाई जाती है। इससे हमें गंभीर रोगों के इलाज में मदद मिलती है।
  • वृक्ष ना सिर्फ हमें ऑक्सीजन प्रदान करते है, बल्कि कार्बन डाइऑक्साइड जैसे अन्य हानिकारक गैसों को अपने अंदर अवशोषित भी करते है। जिसकी वजह से हमारे आस-पास की हवा शुद्ध और ताज़ी रहती है।
  • पक्षियों और जानवरों का घर और भोजन पेड़ है। वह पेड़ों पर रहते है और उसी पेड़ के फल और पत्ते खाकर अपना सारा जीवन बिताते है।
  • गर्मी के मौसम में जब धूप बहुत ज्यादा होती है, तब वृक्ष हमें छाया प्रदान करते है।
  • इसके अलावा अगर पेड़ों से निकाली गयी चिज़े ज्यादा मात्रा में हो, तो हम इन चीज़ों को अन्य देशों में निर्यात भी कर सकते है। इसकी वजह से हमारे देश की अर्थव्यवस्था मजबूत बनेगी।
  • वृक्ष धरती की सौंदर्य है। पेड़ों की हरियाली और घास के मैदानो की वजह से हमारी पृथ्वी खूबसूरत दिखती है। फूलो को देख कर हमारा मन शांत और प्रफुल्लित हो जाता है। इसीलिए तो कहा जाता है की, पेड़ो के बिना मानव जीवन की कल्पना करना मुश्किल है।
  • परंतु आज मनुष्य आधुनिकता की लालच में पेड़ों को लगातार काटता जा रहा है। वृक्षों के वनों को नष्ट कर मनुष्य पत्थरों के वन बना रहा है। यानि पेड़ो को काट कर घर और फ़ैक्टरीया बना रहा है। जिसकी वजह से वर्तमान में हम कई प्रकार की प्राकृतिक समस्याओं का सामना कर रहे है।
  • अगर हमने जल्द ही वृक्षारोपण करके अधिक से अधिक पेड़ नहीं लगाए, तो भविष्य में हमारे आने वाले बच्चो का जीवन बहुत कठिन होगा। इसलिए आज से ही वृक्षारोपण को महत्व देना शुरू कर दें।

     

वन कटाई से उत्पन्न होने वाली समस्या

  • हमने वृक्षो से होने वाले फ़ायदों को जाना, लेकिन वृक्षों की कटाई से हो रहे विनाशकारी परिणामो को हम बिल्कुल नज़रअंदाज़ नहीं कर सकते है। 
  • दिन-प्रतिदिन मनुष्य की आबादी बढ़ती जा रही है, इसके साथ-साथ हमारी लालच भी बढ़ती जा रही है। जिससे मानवी लगातार वनों का विनाश कर रहा है। आज कई सौंदर्य से भरे वनों को इंसान ने वेरान बना दिया है।
  • वनों का विनाश करने से कई जीव-जंतु और पशु-पक्षी बेघर होते जा रहे है। जंगली और खूंखार जानवर भी बस्ती वाले इलाको में आकर मनुष्य को हानी पहुंचा रहे है। क्योकि उनका घर और भोजन मनुष्य ने छिन लिया है।
  • पेड़ो की कमी से जल चक्र असंतुलित हो जाता है। जिसके कारण कभी बहुत कम तो कभी बहोत ज्यादा बारिश होने लगती है। अनियमित वर्षा की वजह से कृषि को बहुत नुकसान होता है।
  • वृक्षों की कमी से भूमि में पानी का स्तर कम हो जाता है। पानी का स्तर कम होने से कई उपजाऊ जमीने बंजर बनती जा रही है।
  • वृक्षो की कमी से वायुमंडल में कार्बन डाइऑक्साइड गैस की मात्रा लगातार बढ़ रही है। जिसके कारण पृथ्वी का तापमान भी बढ़ रहा है। बढ़ते तापमान की वजह से ग्लेशियर (बर्फ़) पिघलकर पानी में परिवर्तित हो रहा है, जिससे समुद्र का जल स्तर बढ़ रहा है। इसकी वजह से ही सुनामी और कई प्रकार के कुदरती प्रक्रोप आने की संभावना रहती है।
  • अगर ऐसा ही चलता रहा तो, आने वाले समय में पृथ्वी पर हम सभी जीवो के अस्तित्व पर एक प्रश्न जरूर खड़ा होगा।

     

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वन महोत्सव कार्यक्रम

भारत में अंग्रेज़ो के वक्त वृक्षो को संरक्षण करने का कोई कानून नहीं था। लेकिन आजादी के बाद जब सत्ता भारत के हाथ में आई, तो वन संसाधनों के संरक्षण पर पूरा ध्यान दिया जाने लगा। इसके लिए देश में ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाकर नए वन बनाने की दिशा में कदम उठाए गए। इसी दिशा में आगे जाकर 1950 में भारत सरकार ने एक कार्यक्रम का आयोजन किया जिसका नाम वन महोत्सव रखा गया। और तब से लेकर आज तक वन विभाग की प्रत्यक्ष देखरेख में यह कार्यक्रम आयोजित किया जाता है।

वर्षा ऋतु की शुरुआती सप्ताह में वन महोत्सव पूरे भारत में एक त्योहार की तरह मनाया जाता है। इस दिन सभी लोग मिलकर वृक्षारोपण करते है। वो खुद भी पेड़ लगाते है और दूसरों को भी पेड़ लगाने के लिए प्रोत्साहित करते है। शैक्षणिक संस्थान और सरकारी विभाग भी इस कार्यक्रम में भाग लेकर बड़े उत्साह से वन महोत्सव मनाते है।

लेकिन हमारे देश का एक बड़ा समूह वन महोत्सव से बहुत दूर रहता है। वृक्षारोपण सिर्फ कुछ लोगों या कुछ संगठनों की नहीं बल्कि हम सबकी जिम्मेदारी है। इसलिए हमें ऐसे लोगो को समझाना चाहिए कि वृक्षारोपण हमारा कर्तव्य है। क्योकि पेड़ो से पूरी मानवजाति लाभ ले रही है। अगर पेड़ नहीं होंगे तो हमें ही इसका नुकसान उठाना पड़ेगा। इसलिए खुद भी पेड़ लगाए और दूसरों को भी पेड़ लगाने के लिए प्रेरित करें।

 

निष्कर्ष

किसी ने क्या खूब लिखा है कि पेड़-पौधे और वन है मानव के लिए एक वरदान, मत करो इन सब का अपमान। अब तक हमने विकास के नाम पर वनों को काफी नुकसान पहुंचाया है। लेकिन अब स्थिति को सुधारने की जरूरत है। इसके लिए सबसे पहले हमें आगे आकर पर्यावरण को स्वस्थ, साफ-सुथरा और हरा-भरा बनाना होगा। तभी हम धरती पर शांति से रह पाएंगे।


अगर आपको इस निबंध से लाभ हुआ हो, तो इसे share करना ना भूले। वृक्षारोपण पर निबंध पढ़ने के लिए आप सभी का धन्यवाद (Vriksharopan Par Nibandh)

 

FAQ

Q- वृक्षारोपण क्या है?

ANS- दुनिया में कहीं भी ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाने या बीज बोने की प्रक्रिया को वृक्षारोपण कहा जाता है।

Q- वृक्षारोपण दिन कब मनाया जाता है?

ANS-  5 जून को पूरे भारत में वृक्षारोपण दिन मनाया जाता है।

Q- वृक्षारोपण क्यों आवश्यक है?

ANS- अगर हम अधिक मात्रा में पेड़ों को काटेंगे तो भूकंप और बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदाओं से हमें नुकसान होगा। इसके अलावा वायुमंडल में ऑक्सीज़न कम होगा और कार्बन डायोक्साइड की मात्रा बढ़ेगी। जिससे मनुस्य को नुकसान होगा। इसलिए हमें वृक्षारोपण करना जरूरी है।

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